नई दिल्ली :
प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन्हें जमकर घेरा. नेहरू, राजीव और इंदिरा गांधी के पुराने बयानों का जिक्र करते हुए कांग्रेस को नसीहत भी दे डाली. संसद में खुद को फर्स्ट टाइमर बताते हुए मोदी ने कुछ सुझाव दिए.
उन्होंने कहा, यहां हम संसद में शासन की जिम्मेदारी ले कर आए हैं. निश्चित रूप से सदस्य होने से बड़ी जिम्मेदारी है, क्योंकि यह इस देश की विशाल जनसंख्या की नियति के लिए जिम्मेदार हैं. हम में से सभी को कभी न कभी अहसास जरूर हुआ होगा कि जिस डेस्टिनी के लिए बुलाया गया है, महसूस जरूर किया होगा. हम इस योग्य हैं या नहीं, ये अलग मामला है. पांच वर्षों के दौरान अपने कार्यों में इतिहास के किनारे खड़े रहे, इतिहास बनाने की प्रक्रिया में शामिल रहे. 1957 में पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू ने ये बात की थी, उस वक्त हम में से कोई नहीं था.
प्रधनमंत्री ने कहा “जानें ऐसा क्यों है कि हम लोग अपने देश की छवि ऐसे बनाते हैं, जैसे हम भीख का कटोरा लेकर निकले हों. जब हम खुद ऐसे कहते हैं, तो दूसरे लोग यही बात और ज्यादा चिल्लाकर और मजबूती से कहते हैं. ये मैं नहीं कह रहा हूं, ये इंदिरा गांधी का कहना था. 1974 में इंद्रप्रस्थ कॉलेज में दिए भाषण में इंदिरा ने बात कही.