न्यू यॉर्क :
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया के खिलाफ सर्वाधिक कठोर प्रतिबंधों को सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी है. उत्तर कोरिया के चौथे परमाणु परीक्षण और रॉकेट प्रक्षेपण की जवाबी कार्रवाई के रूप में ये कड़े प्रतिबंध लागू किये गये हैं. 15 सदस्यों वाली सुरक्षा परिषद ने कल रात प्रतिबंधों का प्रस्ताव पारित किया जिसे अमरीका ने तैयार किया था. हमारे संवाददाता ने बताया है कि उत्तर कोरिया के एकमात्र मित्र देश चीन ने भी इसका समर्थन किया.
उत्तर कोरिया के निर्यात को निशाना बनाकर लगाये गये इन प्रतिबंधों के तहत उत्तर कोरिया से आने वाले और वहां जाने वाले सभी सामानों की व्यापक जांच की जायेगी. अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इन कड़े प्रतिबंधों का स्वागत करते हुए कहा है कि उत्तर कोरिया के छह जनवरी को किये गये परमाणु परीक्षण और सात फरवरी को छोड़े गये रॉकेट के जवाब में यह सबसे सटीक कार्रवाई है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव में उत्तर कोरिया के बंदरगाहों से संदिग्ध अवैध सामान की आवाजाही करने वाले पोतों पर भी रोक लगा दी गयी है और छोटे हथियारों की बिक्री भी प्रतिबंधित कर दी गई है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के महासचिव बान की मून ने कहा है कि इन प्रतिबंधों से उत्तर कोरिया की उकसाने की कोशिशों पर रोक लगेगी और बातचीत का रास्ता निकलेगा.